Acha hua kee usne merii aukaat bta dee..


    अच्छा हुआ कि उसने मुझे, मेरी औकात बता दी……….
    मैं बेगाना हूँ उसके लिए……. आज उसने ये बात बता दी.
    मैं भी जीत जाता प्यार की जंग, अगर उसने मेरा साथ निभाया होता
    जितने वादे किए थे प्यार में उसने, उसमें से कुछ को भी निभाया होता
    तन्हाइयों में उसे याद करके मैं आज भी रोता हूँ
    वो कहीं और होती है, मैं कहीं और होता हूँ
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    जब भी तेरी याद आई…. लब खामोश रहे और आँखें भर आई
    प्यार में तन्हाइयों की सौगात मिलती है
    यादों में साजन के…. अकेले सारी रात कटती है
    बहुत महँगी हुई अब तो वफा…..
    लोग कहाँ मिलते हैं, जो सच्चा प्यार करें
    मोहब्बत तो बन गई है अब सजा…….
    आशिक कहाँ मिलते हैं, जो संग-संग इश्क का दरिया पार करें.
    हर खूबसूरत चेहरा, एक खूबसूरत फरेब होता है
    अब तो बस सच्चा प्यार, किसी-किसी को नसीब होता है.
    सोचा था प्यार बदल देगी मेरी जिंदगी
    पर इसने तो जिंदगी को बर्बाद हीं कर दिया.
    दिल देखकर प्यार करने वाले लोग, अब रह हीं कहाँ गए हैं
    अब तो हर कोई औकात देखकर प्यार करता है.
    जिसके पास दौलत हो, उसी से प्यार का इजहार करता है.
    जब कभी तेरा दिल, किसी पे आ जाए
    तो बस खुदा से इतनी दुआ करना, कि किसी बेवफा के संग तू प्यार के सपने न सजाए.
    प्यार में बस वही लोग रोते हैं, जिन्होंने सच्ची मोहब्बत की होती है
    वरना मतलबी लोग, तो हर मोड़ पर नए आशिक बना हीं लेते हैं.
    क्या कहूँ मैं अपने इश्क की दास्ताँ तुझसे
    हो सके, तो खुद पढ़ ले मेरे कहानी…. मेरी आँखों से.
    जिसे खुदा से भी बड़ा बना दिया था मैंने
    जब वो बेवफा हो गई, तो खुदा ने कहा…….
    जिसके लिए तू मुझे छोड़ गया था, वो तो अब चली गई…. तुझे अकेला छोड़कर
    पर मैं न छोडूंगा तेरा साथ कभी, क्योंकि मैं खुदा हूँ…. बेवफा नहीं.

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