Funny Jokes..2017


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साला आज-कल के साबुन देख कर, पता ही नहीं चलता
की नहाने के लिए है या खाने के लिए…!!!
~ मलाई, दूध, केशर, युक्त ~ 🙂

Girl: – What is Your name…???
Boy: – Black Lion…!!!
Girl: – Are u joking…???
Boy: –  no, it means Kaalu Singh….!!!
and Wht is ur’s name…??
Girl: – Soft Underwear…!!!
Boy: – Are Yu joking…???
Girl-: – No, it means Komal Chadda…!!! 🙂

फेसबुक: – मैं सबको जानता हूं…!!!
गूगल: – मेरे पास सब कुछ है,
व्हाट्सएप्प: – मै सब की जान हूँ…!!!
इंटरनेट: – मेरे बिना तुम सब कुछ नहीं….!!!!
;;
;;
चार्जर: – आवाज नीचे…!!! 🙂



Facebook: – I know everyone…!!!
Google: – I have everything…!!!
Whatsapp: – I’m Life of everyone…!!!
Internet: – You are nothing without me… 🙂
;;
Charger: – Keep Your Voice Down…!!! 🙂


Mosam Ka Haal Bhi Dooshro Per Tohpne Ke
Hamare Purani AAdat Hai…!!!
Jaise “Are Panday Ji Kiya Baat Hai Bahut Tandh Karwa
De Aapne toh”…???
Ab Batao Panday Ji Ka Kiya Roal Hai Saala Tandh Karwane Me…???
Unki Toh Khudh Lagi pade Hai…. 🙂 🙂

Pati Jaise He Gher Pahucha, Patni Ne Laat Ghoosho
Se Peetna Suruu Kr Diya…!!!
Buri Trah Pitne Ke Baad Pati Ne Jab Pitai Ka Karand
Pucha Toh Patni Boli: – Padosh Wale Sharma Ji Ka Apni
Padosan Se Chakkar Chal Rha Hai…!!!
Pati: – Toh Mujhe Kiyu Peet Rahi ho…???#
Patni: – Taaki Khoff Kayam Rahe…!!!! 🙂

एक पुलिस वाला रास्ते में चेकिंग कर रहा था तभी सामने
से एक आदमी आता दिखा, पुलिस वाले ने उससे पूछा कि
इस लाल बैग में क्या है…???
आदमी ने कहा: – बताते हैं बताते हैं….!!! 🙂
पुलिस वाले ने फिर पूछा,
क्या है…?
आदमी ने फिर कहा: – बताते हैं बताते हैं…!!! 🙂
पुलिस वाले को थोड़ा शक हुआ और वह उसे थाने
ले आया…!!!
थाने में बम डिफ्यूज करने वालों को बुलाकर उसका
बैग खुलवाया तो उसमें बताशे निकले….!!!
पुलिस वाले ने उससे कहा कि इसमें बताशे हैं तुम बोल क्यों नहीं
रहे थे…???
;;;
;;;
आदमी ने कहा कि इत्ती देल से यही तो तह लहा था ती इतमें बताते हैं बताते हैं…. 🙂


पत्नी जब गुस्सा होकर मायके जाती है तो 10 मिनट में सबकुछ
पैक कर लेती है…!!!
लेकिन पता नहीं क्यूँ छुट्टी में घूमने की पैकिंग करने के लिए उसे
एक सप्ताह का समय भी कम पड़ जाता है…!!! 🙂

पति दंगल फ़िल्म देखकर आया
और
फ़िल्म का गाना
“ऐसी धाकड़ है धाकड़ है”
घर में गुनगुना रहा था।
किंतु मुह में गुटका होने के कारण आवाज
“ऐसी डाकण है ऐसी डाकण है” निकल रही थी।
बीवी ने सुन लिया। पति का अपोलो हॉस्पिटल में इलाज चल रहा हे।

पत्रकार :
कश्मीर के हालात बहुत खराब है,
सीमा पर गोलीबारी हो रही है,
आपका क्या कहना है ?
राहुल गांधी : सीमा को कुछ दिन घर पर रहना चाहिए

लडका लडकी होटल में गए|
वेटर:- मेम आप क्या लेगी….???
लडकी:- मिर्च वाला घेवर..|
वेटर:- क्या..??
लडकी:-मिर्च वाला घेवर..|
वेटर:-??????
लडका:-
अरे भाई गाँव की हैं…..!!!!!!
तु टेंशन मत ले…
पिज्जा माँग रही हैं….!!!!

फेसबुक: – मैं सबको जानता हूं
गूगल: – मेरे पास सब कुछ है
व्हाट्सएप्प:- मै सब की जान हूँ
इंटरनेट: – मेरे बिना तुम सब कुछ नहीं!
चार्जर : – आवाज नीचे!

टीचर : बच्चो, वादा करो कि कभी शराब, सिगरेट नहीं पिओगे।✊
बच्चे : नहीं पीएंगे। टीचर : कभी लड़कियों का पीछा नहीं करोगे!
बच्चे : नहीं करेंगे। टीचर : लड़कियों से दोस्ती नहीं करोगे!
बच्चे : नहीं करेंगे। टीचर : वतन के लिए जान दे दोगे!
बच्चे : दे देंगे, ऐसी जिन्दगी का करेंगे भी क्या..



प्राइवेट जॉब करते बीमार पति से उसकी बीवी बोली: इस बार किसी जानवर के डाक्टर को दिखाओ। तभी आप ठीक होगे।
पति ने पूछा: वो क्यों?
बीवी:
1) रोज सुबह मुर्गे की तरह जल्दी उठ जाते हो|
2) घोडे की तरह भाग कर duty चले जाते हो।
3) गधे की तरह दिन भर काम करते हो।
4) लोमडी की तरह इधर उधर से इनफोरमेशन बटोरते हो।
5) बंदर की तरह सीनियर अधिकारियों के इशारों पर नाचते हो।
6) घर आ कर परिवार पर कुत्ते की तरह चिल्लाते हो।
7) और फिर भैंस की तरह खा कर सो जाते हो।

इंसानों का डाक्टर तुम्हें क्या खाक ठीक कर पायेगा?


वो छत पर चढे
पतंग उड़ाने के बहाने
बाजु वाली भी आई
कपड़े सुखाने के बहाने
बीवी ने देखा ये हसीन नजारा
वो डंडा ले आई, बन्दर भगाने के बहाने ।
दुःख थे पर्वत, राई “माँ”, हारी नहीं लड़ाई “माँ”।
इस दुनियां में सब मैले हैं, किस दुनियां से आई “माँ”।
दुनिया के सब रिश्ते ठंडे, गरमागर्म रजाई “माँ” ।
जब भी कोई रिश्ता उधड़े, करती है तुरपाई “माँ” ।
बाबू जी तनख़ा लाये बस, लेकिन बरक़त लाई “माँ”।
बाबूजी थे सख्त मगर, माखन और मलाई “माँ”।
बाबूजी के पाँव दबा कर, सब तीरथ हो आई “माँ”।
नाम सभी हैं गुड़ से मीठे, मां जी, मैया, माई, “माँ” ।
सभी साड़ियाँ छीज गई थीं, मगर नहीं कह पाई “माँ” ।
घर में चूल्हे मत बाँटो रे, देती रही दुहाई “माँ”।
बाबूजी बीमार पड़े जब, साथ-साथ मुरझाई “माँ” ।
रोती है लेकिन छुप-छुप कर, बड़े सब्र की जाई “माँ”।
लड़ते-लड़ते, सहते-सहते, रह गई एक तिहाई “माँ” ।
बेटी रहे ससुराल में खुश, सब ज़ेवर दे आई “माँ”।
“माँ” से घर, घर लगता है, घर में घुली, समाई “माँ” ।
बेटे की कुर्सी है ऊँची, पर उसकी ऊँचाई “माँ” ।
दर्द बड़ा हो या छोटा हो, याद हमेशा आई “माँ”।
घर के शगुन सभी “माँ” से, है घर की शहनाई “माँ”।
सभी पराये हो जाते हैं, होती नहीं पराई “माँ”!!

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